अगर हम ध्यान करेंगे

अगर हम ध्यान करेंगे और अपना आभामण्डल अच्छा पवित्र करेंगे तो हमारे आसपास बुरे लोग आएँगे ही नहीं और हमें भी अच्छे , पवित्र और शांत लोगों की सामुहिकता प्राप्त हो जाएगी। सदैव सकारात्मक शक्तियाँ होती ही हैं और सकारात्मक शक्तियों को भाव से परमात्मा के नाम से लोग जानते हैं और ये शक्तियाँ सदैव किसी-न -किसी माध्यम से इस धरती पर अवतरित होती ही रहती हैं। हाँ , समय के आवश्यकता के अनुसार परमात्मा के शक्तियों का माध्यम समय-समय पर बदलते रहते हैं। और इन शक्तियों का माध्यम कोई भी मनुष्य बन सकता है। जो भी मनुष्य अपने-आपको शुद्ध कर ले , पवित्र करे , अपने - आपको संपूर्ण रिक्त और मुक्त करे तो परमात्मा उसके माध्यम से इस धरती पर आना प्रारंभ कर देता है और वह मनुष्य परमात्मा का माध्यम बन जाता है। अपने -आपको रिक्त करना और मुक्त करने तक ही मनुष्य के प्रयत्न है 

हि.का. स. यो.भाग ६ - १५९

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