प्रश्न परीपक्वता और अरीपक्वता का नही है। मेरे औरा मे आने के बाद जो भी कचरा भरा हो वह बाहर आ ही जाता है। मेरे सामने सभी अपरीपक्व हो जाते है। प्रश्न समय का है।बच्चे घर मे ही रहते है। उनमे अगर कचरा भरा हो तो
वह असमय नीकलता है। तकलीफ वह है। अगर लिख कर दे तो मै अपने हिसाब से शिकायत पढ सकता हु। महाशिबीर के थकान के समय ही सुबह सुबह यह परीस्थीती ४ को नीमाेण हुयी इसलीये यह लिखा था। कोई मेरी भी स्थीती का विचार करे।
बाबा स्वामी
5-5-2018
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