_*गुरु चरण पर चित रखना यानी सदैव गुरु के चरणों को देखते रहना नहीं है। गुरचरनो पर चित रखने का अर्थ है- गुरु के पति सम्पूर्ण समर्पण का भाव रखना। यानी एक मनुष्य में परमात्मा के दर्शन करना। *_
_* जय बाबा स्वामी*_
🍁🙏🏻🍁
_*HSY 3 pg 174*_

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