🌺🌺विषेष स्थान🌺🌺

इस बार हमने अपनेशादी की साल गिरह पुरे परीवार के सांथ “ स्वणे मंन्दिर “ अमृतसर पंजाब मे मनायी और उस दिन का संन्देश भी सुबह पालखी को सेवा देकर सुबह सभी ने ४ बजे वहॉ ध्यान करके मनायी वहॉ की सामुहीकता और सेवा भाव सीखने जैसा लगा। और उसी दिन की शाम बीएसफ के विषेष पंडाल मे बैठकर वांघा बॉडर की परेड का कायेक्रम को देखा जो राष्ट्रीयता से ओतप्रोत था। लगा की यह दोने स्थान “विषेष स्थान है” प्रत्येक ने जिवन मे एक बार तो भी अवश्य जाना चाहीये। स्वणे मंन्दीर के चैतन्य का लाभ लेने के लिये आज सुबह भी हम सब वहॉ जाकर बैठे थे.ऐसा अनुभव हुआ जिस स्थान पर सवेधमे समभाव का भाव होता है। वहॉ के चैतन्य का स्तर कुछ विषेष ही होता है।
आप सभी को खुब खुब आशिेवाद ।
                   
बाबा स्वामी
11-5-2018
Amritsar

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