ध्यान करने से दो प्रकार की घटनायें घटती है।

ध्यान करने से दो प्रकार की घटनायें घटती है। प्रथम तो, ख़राब विचारों से शरीर के आसपास जो ख़राब ऊर्जा निमित हुई रहती है, वह इकठा होनी बंद हो जाती है। और फिर जो ख़राब ऊर्जा जमा है, वह भी धीरे धीरे समाप्त हो जाती है। दूसरा प्रभाव यह होता है- सम्पूर्ण ख़राब ऊर्जा समाप्त होने के बाद अच्छी , पवित्र, सकारात्मक, अच्छी ऊर्जा इकठा होकर, अपने शरीर के आसपास अच्छी ऊर्जा का आभामंडल बना देती है। और वह आभामंडल बन जाने के बाद नकारात्मक विचार नहीं आते है।

HSY 1
pg 471

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