तुम्हारा जीवन ही लाखों आत्माओं के युग की समाप्ति है।
तुम्हारा जीवन ही लाखों आत्माओं के युग की समाप्ति है। तुम्हारे जीवन के साथ ही एक आध्यात्मिक संतुलन बना हुआ है। वह आधार तुम्हारे जीवन के साथ ही समाप्त हो जाएगा क्योंकि पवित्र आत्माओं की सामूहिक शक्ति ही समाप्त हो जाएगी। आगे का मागॅ कठीन रहेगा।
हिमालय का समपॅण योग
भाग 1
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