श्री गुरुशक्तिधाम

आत्मीय आचार्य, संचालक एवं साधक गण

      जय बाबा स्वामी

      श्री गुरुशक्तिधाम एक अलौकिक और अनूठी घटना हमारे जीवन काल में घट रही है। पूज्य स्वामीजी जानते है कि इस घटना के माध्यम से वर्तमान समय में ही लाखों आत्माएँ जुड़ने वाली है। और इन सबका आत्मानंद और पुण्य हम सभी साधको को प्राप्त हो इस लिए हमारे द्वारा इन सभी आत्माओं को जोड़ने का मौका प्रदान किया है और बार बार इसके लिए हमें निर्देश दे रहे है, किसी न किसी द्वारा प्रोत्साहित करते है। सद्गुरु के समाधिस्थ होने के बाद तो करोडो लोग आते ही है। पर यह वर्तमान समय अनूठा है, हमारे सद्गुरु का कार्य अद्वितीय है, उनके जीवन काल में ही यह सब सामुहिकता जुड़े और आत्मिक उत्थान कर सके इस लिए पूज्य गुरुदेव प्रयासरत है। सद्गुरु की विश्व कल्याण की इच्छा के साथ जुड़ जाना मात्र ही उनके जहाज में बैठ जाना है। हमारी छोटी सी नाव को सामुहिकता के इस बड़े जहाज में समाहित करने का जो भी अवसर मिलता है वह श्री सद्गुरु की करुणा है, बिना विलंब संदेश स्वीकार करके चल पड़ना होगा।

        हम हर साधक कम से कम दस, पचास, सो लोगो को तो जानते ही होंगे। उन सबको हो सके तो रूबरू संपर्क करके नियमित रूप से अनुदान के माध्यम से जोड़ना है। अनुदान राशि जो भी हो, महत्व राशि का नहीं है, पर इस बहाने नियमित सतत वह जुड़े इसका महत्त्व है। क्या मालूम कब उनका चित्त श्री गुरुशक्तिधाम - सद्गुरु पर चला जाये और उनको अनुभूति प्राप्त हो जाये और आत्मउन्नति के पथ पर चल पड़े...

       बस हमें हमारी साधना का एक भाग समज कर ही हमारी भूमिका निभानी है।

:- प्रमुख आचार्या/आचार्य
   गुजरात

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