सब पलो का जीवन में निरीक्षण करो।

सब पलो का जीवन में निरीक्षण करो। अच्छे पल है, निरीक्षण करो; बुरे पल है, निरीक्षण करो। किसी पल से चिपको मत- "यह सुनहरा पल है। यह दुःख का पल है। "आप उस पल को अच्छा या बुरा परिभाषित मत करो, बस आगे बढ़ो।

HSY 1 pg 128

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