अपना दिया जला लो तो सारी दुनिया ही प्रकाशित होगी।

अब समाज मे रात आने वाली है।ऐसी गहरी रात जिसके खत्म होने का मनुष्य ही नही प्राणी भी पक्षी भी इन्तेजार करेंगे।क्युकी गहरी अंधेरी रात से सब ऊब चुके होंगे और उनकी लाख इच्छा करने पर भी रात समाप्त नही होगी।ऐसी लंबी गहरी अंधेरी रात में कई आत्मा ऐ प्रकाश को खोजने निकलेगी ओर फिर भी प्रकाश नजर नही आयेगा।जब मनुष्य अंधेरे का अंतिम छोर खोजने में असफल होगा ऐसे समय मे समाज को तेरी आवसकयता होगी।इसलिए तुम्हें बताना होगा कि बस अपना दिया जला लो तो सारी दुनिया ही प्रकाशित होगी।एक बार मनुस्य का आत्म दीपक जल जाए तो आत्मा के प्रकाश में मनुष्य को सब एकदम स्पस्ट स्पस्ट दिखने लगेगा क्या उचित है क्या उचित नही ये स्पस्ट हो जाएगा।
तेरी प्रत्येक मनोकामना इस शक्ति धाम (गुरुशक्ति धाम ) में आकर पूर्ण हो जाएगी । तो तू ऐसा कुछ मांग जो मांगने पर मांगने के लिए जीवन मे कुछ बाकी ही न रह जाए।यह वह स्थान है जहां आकर मांगना भी नही पड़ता आपके मांगने से पूर्व ही आप की आवसकयता पूर्ण हो जाती है।

ही.स.योग भाग-3
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