आप थोडे संवेदनशील हौइए ना
आप थोडे संवेदनशील हौइए ना ! जो मुझे प्राप्त हुआ है , वो सब आपको प्राप्त हुआ है लेकिन आपको उसका एहसास नही है , मेरेको एहसास है , बस इतना अंतर है । तो उस एहसास को जागृत करो । और दुसरा , गुरु मानना केवल शरीर से नही होना चाहिए । गुरु के आदर्श हमारे जीवन के अंदर हमने अपनाना चाहिए ।
पूज्य गुरुदेव
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