सब से पहला है शुद्ध भाव लेके आओ

जिस  प्रकार  से  समर्पण  ध्यान  के  फायदे  है  तो  ये  समर्पण  ध्यान  के  कुछ  बंधन  है । समर्पण  ध्यान  के  कुछ  नियम  है ।  वो  सीमा  के  साथ  में  रहकर  ही  आप  इसमें  प्रगती  कर  सकते  हो , आगे  प्रोग्रेस  करते  हो । उसका  सब  से  पहला  है  शुद्ध  भाव  लेके  आओ , कोई  भी , कोई  भी  इच्छा , कोई  भी  अपेक्षा , कुछ  भी  नही  चाहिए  आप  में ।

पूज्य गुरुदेव
चैतन्य महोत्सव
२०१३

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