आत्मा का धर्म

आत्मसाक्षात्कार  प्राप्त  होने  के बाद  आपका  "आत्मा का धर्म " जागृत  हो  जाता  है । आपके  बाहर  का , शरीर  का  धर्म  कोई  भी  हो , आपके  भीतर  का  धर्म  एक  ही  है ।  भीतर  का  धर्म  याने  वह  ज्ञान  की  आपने  क्या  करना  चाहिए  और  क्या  नही  करना  चाहिए ।

आध्यात्मिक सत्य

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