॥ गुरुकार्य ॥

आत्मिक  स्तर  पर  किया  गया  कार्य  ही  सर्वश्रेष्ठ  होता  है । एक  पेन्टर  [ चित्रकार ] के  द्वारा  बनाई  गई 
"मोनालिसा  की  तसबीर " इसका  उदाहरण  है ।  यानी  आत्मिक  स्तर  पर  किया  गया  कार्य  सर्वोत्तम  ही  होता  है ।  और  फिर  शरीर  उसके  योग्य  है  या  नही , उस  व्यक्ति  के  पास  उतनी  बौद्धिक  योग्यता  है  या  नही , उस  व्यक्ति  की  आर्थिक  स्थिति  है  या  नही , इन  सब  बातों  का  कोई  प्रभाव  नही  पड़ता  है ।

॥ परमपूज्य स्वामीजी ॥
ही .का .स .योग ५ / १०६

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