समस्या होने पर ही मनुष्य गुरु या संत के पास जाता है ।
जिस प्रकार बीमारी होने पर ही मनुष्य डॉक्टर के पास जाता है , ठीक उसी प्रकार , समस्या होने पर ही मनुष्य गुरु या संत के पास जाता है । और जिस प्रकार डॉक्टर का उपयोग केवल बीमारी ठीक करने के लिए होता है , वैसे ही संत या गुरु का उपयोग केवल समस्यामे से बाहर आने के लिए होता है । बहुत कम लोग आध्यात्मिक प्रगती के लिए गुरु के पास आते है , यह मेरा निजी अनुभव है ।
पूज्य गुरुदेव
मधूचैतन्य
मार्च २०१५
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