आत्मा का आनंद
परमात्मा स्थाई है । ये बुरी परिस्थितियाँ , ये बुरे व्यक्ति अस्थाई है , आज है कल नही होंगे तो क्यों अस्थाई बातों पर ध्यान देकर अपना वर्तमान समय खराब करे ? आत्मा के सानिध्य में वर्तमान समय का महत्व जाना क्योंकि आत्मा का आनंद भी वर्तमान में रहकर ही प्राप्त हो सकता है ।
पूज्य गुरुमाऊलि
ही .का .स .योग
भाग ५ पृष्ठ १६३
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