सारे संसार में अनुभूति करने के लिए गुरुदेव ने केवल मुझे ही माध्यम के रूप में चुना

इस सारे संसार में अनुभूति करने के लिए गुरुदेव ने केवल  मुझे ही माध्यम के रूप में चुना है । गुरुदेव एक ही माध्यम को चुन सकते थे। एक ही को अधिकृत कर सकते थे। अधिकृत का अर्थ बड़ा विशाल है। अधिकृत किया यानी उन्होंने अपने जीवन मैं प्राप्त सारी शक्तियाँ अपने माध्यम में डाल दी हैं। इस विश्व में एक बिरला मनुष्य हूँ जो गुरुदेव द्धारा अधिकृत हूँ ।

भाग ६ - १३५

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