जब बांन्धकाम चल रहा है तभी सहयोग की आवश्यकता

जब बांन्धकाम चल रहा है तभी सहयोग की आवश्यकता होती है और सहयोग करने का अवसर भी उसी पीढी को मीलता है जीनके जीवन काल मे निर्माण कार्य होता है गुरूशक्तीयो का उद्देश केवल धन एकत्र करना नही है एक पवीत्र स्थान के साथ लोगो को जोडना है गुरूशक्तीयो का कार्य धन के अभाव मे न कभी रुका है और न कभी रुकेगा वह चलते रास्ते मनुष्य को भी माध्यम बना लेगी आप सभी को सहयोग करने का अभी ही अवसर है यह अवसर मत चुके आप सभी को खुब खुब आशीेवाद 

आपका
बाबा स्वामी

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