आत्मशांति और सुरक्षितता सबसे महंगी वस्तु

आज विश्व में आत्मशांति और सुरक्षितता सबसे महंगी वस्तु है । आज मनुष्य पैसे के पीछे दौड़ रहा है और दौड़ा ' सुख ' के लिए था , यह भी भूल गया और आज ' सुख ' तो पीछे छूट गया , पर वह बहुत आगे चला गया और जीवन के अंतिम क्षणों में ही जान पाता है , जिस पैसे और संपत्ति के लिए जीवन भर दौड़ा , आज यह सब यहाँ ही छोड़कर अकेले ही जाना पड़ रहा है । पर तब तक बहुत ही देर हो चुकी होती है । याद रखो , आपके जीवन का प्रत्येक क्षण जियो , यह ' क्षण ' आपके जीवन में फिर कभी नहीं आएगा । आपका गया हुआ पैसा तो वापस आ सकता है , पर गया हुआ ' क्षण ' वापस कभी नहीं आएगा । इसलिए , सदैव वतॅमान में रहो और वतॅमान के प्रत्येक क्षण का आनंद लो । 

आत्मेश्वर ( आत्मा ही ईश्वर है )
राष्ट्र का निमाॅण
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